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गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और तकनीकी विकास की दिशा में विश्वविद्यालय का मजबूत कदम

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 19 जून
  • 2 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 20 जून

हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के लिए यह समय उपलब्धियों से भरा हुआ है। कुलपति प्रो. हेमलता के. के नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक एवं तकनीकी क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। हाल ही में इंजीनियरिंग संकाय को AICTE (ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन) द्वारा "ड्रोन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस" के रूप में मान्यता प्रदान की गई है, जो तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।

इसके साथ ही, विश्वविद्यालय को जोसा (JoSAA) रिपोर्टिंग सेंटर के रूप में भी शामिल किया गया है, जिससे देशभर के छात्रों को अब प्रवेश प्रक्रिया में और अधिक सुविधा मिलेगी।

इस बीच, 20 जून से विश्वविद्यालय में CUET (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) के अंतर्गत सभी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया आरंभ होने जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसकी तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रवेश निदेशक प्रो. कर्मजीत भाटिया के अनुसार, यह प्रक्रिया चार चरणों में पूरी की जाएगी। प्रथम चरण 20 जून को आयोजित होगा। यदि सभी विषयों में सीटें रिक्त रहती हैं तो आगे के चरणों में भी प्रवेश जारी रहेगा।

प्रो. भाटिया ने बताया कि इस वर्ष विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय स्तर पर CUET परीक्षा को पूर्ण रूप से स्वीकार किया है, और इसके अंतर्गत 16 जून तक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। देशभर से छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय पहुंचने लगे हैं, जिससे परिसर में उत्साह का माहौल है।

विशेष बात यह है कि अध्यापकगण अवकाश के दिनों में भी पूर्ण निष्ठा से प्रवेश प्रक्रिया में योगदान दे रहे हैं। सभी विभागों में अलग-अलग प्रवेश समितियों का गठन किया गया है, जो दस्तावेज़ों की गहन जांच कर पारदर्शी प्रवेश सुनिश्चित करेंगी।

कुलपति प्रो. हेमलता के. ने बताया कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और तकनीकी विकास को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय भविष्य में और भी ऊंचाइयों को छूएगा।

 
 
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