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गुणवत्ता और सुलभता में इन्दिरेश अस्पताल बना विश्वास का प्रतीक

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 22 मई
  • 1 मिनट पठन

देहरादून। उत्तराखंड में जहां एक ओर कई बड़े अस्पतालों ने राज्य स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड पर उपचार देना बंद कर दिया है, वहीं श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल इस संकट की घड़ी में भी आमजन के लिए उम्मीद की किरण बना हुआ है। अस्पताल ने गोल्डन कार्ड धारकों को चिकित्सा सुविधाएं निरंतर जारी रखने का निर्णय लिया है, जिससे राज्य कर्मचारियों, पेंशनरों और उनके आश्रितों को बड़ी राहत मिली है।

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय पंडिता ने बताया कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में गोल्डन कार्ड को नियमित रूप से स्वीकार किया जा रहा है और आगे भी मरीजों को बिना किसी बाधा के उपचार मिलता रहेगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन की राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण एवं स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता हुई है, और जल्द ही गोल्डन कार्ड के अंतर्गत लंबित भुगतान जारी किए जाने का आश्वासन दिया गया है।

यह उल्लेखनीय है कि राज्य स्वास्थ्य योजना के तहत अस्पतालों को मिलने वाली उपचार धनराशि करोड़ों में लंबित है, जिसके चलते कई प्रतिष्ठित अस्पतालों ने गोल्डन कार्ड पर सेवाएं रोक दी हैं। लेकिन श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, जनहित को सर्वोपरि मानते हुए, इन चुनौतियों के बावजूद सेवा देना जारी रखे हुए है।

अस्पताल प्रशासन को भरोसा है कि सरकार द्वारा लंबित भुगतानों का समाधान शीघ्र किया जाएगा। तब तक, अस्पताल राज्य के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता रहेगा।

 
 
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