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तस्वीर: गुरु राम राय संस्थान संकट में भी खड़ा उतरा, सेवा-संवेदना की अनूठी तस्वीर

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 6 अग॰
  • 2 मिनट पठन

देहरादून। उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा ने जहां जनजीवन को गहरे संकट में डाल दिया, वहीं श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय और महंत इन्दिरेश अस्पताल ने राहत कार्यों की कमान संभालते हुए मानवता की मिसाल पेश की है।

विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से बुधवार को बड़कोट स्थित एसजीआरआर पब्लिक स्कूल के माध्यम से व्यापक राहत सामग्री उत्तरकाशी पहुंचाई जा रही है। इसमें दवाइयां, खाद्य पैकेट, कंबल, कपड़े और अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।

विशेष बात यह है कि देहरादून स्थित महंत इन्दिरेश अस्पताल में आपदा से प्रभावित लोगों को नि:शुल्क इलाज की सुविधा भी मुहैया कराई जा रही है। साथ ही श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने यह भी घोषणा की है कि आपदा प्रभावित क्षेत्र के विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के कुछ चयनित पाठ्यक्रमों में नि:शुल्क प्रवेश दिया जाएगा, ताकि शिक्षा की रोशनी किसी भी आपदा की छाया में धुंधली न हो।

एसजीआरआर विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के शोधार्थियों ने भी अपने पूर्व शोध के आधार पर बादल फटने की घटनाओं पर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि घाटी क्षेत्रों से बहने वाले गाड़-गदेरे बरसात के मौसम में अचानक जलस्तर बढ़ने से संवेदनशील हो जाते हैं, जिससे अचानक बाढ़ जैसी स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। शोधार्थियों का मानना है कि मानसून के इन संवेदनशील महीनों में रात के समय बादल फटने की घटनाएं अधिक होती हैं और अधिक विनाशकारी साबित होती हैं।

उन्होंने सुझाव दिया है कि पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की पूर्व योजना बनाई जाए, ताकि जन-धन की क्षति को रोका जा सके।

बड़कोट स्थित एसजीआरआर पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य कमला रावत और पुरोला स्थित एसजीआरआर स्कूल के प्रधानाचार्य उत्तम सिंह चौहान ने बताया कि संस्था के चेयरमैन महंत देवेंद्र दास के विशेष निर्देश पर राहत कार्यों में तत्परता से जुटा गया है। एडीएम उत्तरकाशी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर राहत सामग्री भेजने की तैयारी पूर्ण कर ली गई है।

भारी वर्षा के कारण उत्तरकाशी से आगे का मार्ग अवरुद्ध है, ऐसे में राहत सामग्री को उत्तरकाशी स्थित नियंत्रण केंद्र में भेजा जाएगा। विश्वविद्यालय के प्रधान कार्यालय की ओर से उत्तरकाशी जिले के सभी एसजीआरआर संस्थानों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे राहत एवं बचाव कार्यों में हरसंभव सहयोग करें।

आपदा की इस घड़ी में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय और महंत इन्दिरेश अस्पताल की यह सक्रिय भागीदारी न केवल सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है, बल्कि उन मूल्यों की भी पुष्टि करती है जिन पर संस्था की नींव रखी गई है — सेवा, सहयोग और संवेदना।

 
 
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