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समरसता, सेवा और साधना के प्रतीक: महंत देवेंद्र दास का जीवन दर्शन

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 21 जून
  • 2 मिनट पठन

देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पावन अवसर पर श्री दरबार साहिब के सज्जादा नशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने प्रदेशवासियों एवं देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए योग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने श्री दरबार साहिब परिसर में प्रतिदिन की भांति प्रातःकालीन योगाभ्यास किया और अपने संदेश में कहा कि "योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि मानव जीवन को संतुलित, रोगमुक्त और शांतिपूर्ण बनाने की एक संपूर्ण प्रणाली है।"

उन्होंने कहा कि योग हजारों वर्षों पुरानी आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक पद्धति है, जो न केवल शरीर को बल प्रदान करती है, बल्कि मन को भी शांति प्रदान करती है। वर्तमान समय में जब तनाव अनेक बीमारियों का कारण बन रहा है, ऐसे में योग ही एकमात्र ऐसा उपाय है, जो शरीर, मन और आत्मा को समरसता में लाकर जीवन को सशक्त बनाता है।

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय पहचान

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, देहरादून के स्कूल ऑफ योगिक साइंसेज एंड नेचुरोपैथी के विद्यार्थियों ने योग मैदान में भव्य योग प्रदर्शन कर आमजन के बीच योग की महत्ता को उजागर किया। विश्वविद्यालय के माननीय अध्यक्ष श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज के आशीर्वाद व मार्गदर्शन में यह संस्थान आज देश-विदेश में अपनी विशेष पहचान बना चुका है।

यह संस्थान योग और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट शिक्षा, शोध व अभ्यास का केंद्र बनकर उभरा है। यहां अध्ययनरत छात्र न केवल अकादमिक स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं।

छात्रों की उपलब्धियां कर रहीं प्रदेश को गौरवान्वित

विश्वविद्यालय के छात्र सुमित ग्वाडी ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर न केवल विश्वविद्यालय बल्कि पूरे उत्तराखण्ड का मान बढ़ाया।

उत्तम अग्रहरी ने योग प्रतियोगिताओं में कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किए हैं।

साक्षी, विश्वविद्यालय की होनहार छात्रा, ने कर्नाटक में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड के लिए गोल्ड मेडल जीता।

इन उपलब्धियों के कारण देश के कोने-कोने से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी छात्र इस विश्वविद्यालय में प्रवेश ले रहे हैं। योगिक साइंसेज एंड नेचुरोपैथी स्कूल की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि प्रवेश के लिए छात्र-छात्राओं के बीच प्रतिस्पर्धा की स्थिति बन गई है।

बेहतर भविष्य के लिए सीट वृद्धि का प्रस्ताव

विश्वविद्यालय की डीन डॉ. कंचन जोशी ने बीओजी और बीओएम से सीट वृद्धि का प्रस्ताव रखा है, जिससे अधिकाधिक छात्र-छात्राओं को इस प्रतिष्ठित संस्थान में शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिल सके।

योग के लिए अनुकूल वातावरण और योग्य फैकल्टी

श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय का शांत, स्वच्छ, हरा-भरा और आध्यात्मिक वातावरण योग साधना, अध्ययन एवं अनुसंधान के लिए आदर्श माना जाता है। यहां की फैकल्टी पूर्णतः योग्य, अनुशासित और समर्पित है, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सतत प्रयत्नशील है।

 
 
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