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मुख्यमंत्री धामी ने सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए उत्तराखंड की प्रतिबद्धता जताई

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 10 अक्टू॰
  • 2 मिनट पठन

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को दून विश्वविद्यालय में आयोजित इंडियन एसोसिएशन ऑफ सोशल साइंस इंस्टीट्यूशंस के 24वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। सम्मेलन में देश-विदेश के प्रख्यात विद्वानों द्वारा सामाजिक कल्याण, अर्थशास्त्र, रोजगार, उद्योग, कृषि, तकनीकी, पर्यावरण और नगरीकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।


मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मूलमंत्र के साथ निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि जन-धन योजना, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना जैसी कई जनकल्याणकारी योजनाओं से करोड़ों नागरिक लाभान्वित हो रहे हैं।


धामी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर मिशन, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, नमामि गंगे अभियान और प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान जैसी पहलों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन में वृद्धि, पति-पत्नी दोनों को पेंशन और मासिक भुगतान की शुरुआत कर प्रदेश में सामाजिक न्याय सुनिश्चित किया है।


मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार वर्ष 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता बनाए रखते हुए त्रि-स्तंभीय एवं नौ-सूत्रीय नीति के माध्यम से सतत विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है।


धामी ने कहा कि गरीबी उन्मूलन, खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, स्मार्ट सिटी मिशन, महिला उद्यमिता और जल प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में सरकार निरंतर कार्य कर रही है। इसके लिए टाटा ट्रस्ट, नैस्कॉम और वाधवानी फाउंडेशन के साथ अहम समझौते किए गए हैं।


उन्होंने कहा कि इन नवाचारों और सहयोगों के माध्यम से उत्तराखंड को सस्टेनेबल डेवलपमेंट का मॉडल स्टेट बनाया जाएगा और युवाओं को AI, डेटा साइंस, साइबर सुरक्षा और स्वरोजगार जैसे आधुनिक क्षेत्रों में कौशल प्रदान किया जाएगा।

 
 
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