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समान नागरिक संहिता और नकल विरोधी कानून—धामी सरकार के ऐतिहासिक निर्णय

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 7 अक्टू॰
  • 1 मिनट पठन

टिहरी गढ़वाल/ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्णानन्द इंटर कॉलेज खेल मैदान, मुनिकीरेती में आयोजित 10 दिवसीय सरस आजीविका मेला–2025 का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और विधायक धनोल्टी प्रीतम सिंह पंवार उपस्थित रहे।


मुख्यमंत्री ने लखपति दीदी मेले का शुभारंभ करते हुए ग्रामोत्थान द्वारा सहायतित एनआरएलएम की 12 आर्थिक गतिविधियों (₹120 लाख) तथा 10 सीएलएफ योजनाओं (₹100 लाख) का लोकार्पण-शिलान्यास किया। इसके साथ ही जनपद टिहरी के विद्यार्थियों हेतु टिहरी राइजिंग ऑनलाइन कोचिंग क्लास का शुभारंभ किया गया, जिससे कक्षा 11वीं व 12वीं के छात्र-छात्राएं जेईई एवं नीट की तैयारी कर सकेंगे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि —

सरस मेला उत्तराखंड की कला, संस्कृति, आजीविका और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। यह मंच स्वदेशी उत्पादों को न केवल पहचान दे रहा है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल फॉर वोकल के विजन को सशक्त बना रहा है।




उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिला किसानों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत 3 लाख से अधिक महिलाओं को कौशल विकास से जोड़ा गया है, 534 क्लस्टर गठित किए गए और 500 फार्म मशीनरी बैंक स्थापित किए गए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, भू-कानून जैसे कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। नकल विरोधी कानून के लागू होने से बीते चार वर्षों में 25 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है।

 
 
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