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देहरादून से शुरू हुआ नेत्रदान जागरूकता का नया अध्याय

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 10 नव॰
  • 1 मिनट पठन

देहरादून। नेत्रदान को जन आंदोलन का रूप देने और नेत्र चिकित्सा शिक्षा को नई दिशा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नेत्र रोग विभाग एवं दि हंस फाउंडेशन आई केयर के बीच सोमवार को एक एमओयू (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए।


इस समझौते के तहत श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ, दि हंस फाउंडेशन के डीएनबी अध्ययनरत छात्रों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। एमओयू का उद्देश्य नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में गुणवत्ता शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ-साथ नेत्रदान महाअभियान को नया आयाम देना है।


अस्पताल की ओर से चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गौरव रतूड़ी, वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. यशपाल सिंह तथा नेत्र रोग विभागाध्यक्ष एवं आई बैंक निदेशक डॉ. तरन्नुम शकील ने हस्ताक्षर किए, जबकि दि हंस फाउंडेशन आई केयर की ओर से डॉ. पंकज शर्मा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।


इस अवसर पर डॉ. तरन्नुम शकील ने कहा कि “नेत्रदान एक ऐसा दान है जिससे किसी को नई जिंदगी नहीं, बल्कि नई रोशनी मिलती है। एक नेत्रदाता अपनी मृत्यु के बाद दो लोगों की जिंदगी में उजाला भर सकता है।” उन्होंने बताया कि समाज में नेत्रदान को लेकर मौजूद भ्रांतियों को दूर करने के लिए अस्पताल और फाउंडेशन मिलकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाएंगे।


डॉ. शकील ने आगे कहा कि यह एमओयू न केवल नेत्र चिकित्सा शिक्षा को सशक्त करेगा, बल्कि नेत्रदान आंदोलन को भी नई दिशा और गति प्रदान करेगा।

 
 
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