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ACTION:ऋषिकेश में बिल्डरों में हड़कंप, एमडीडीए उपाध्यक्ष का बड़ा एक्शन

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 30 अग॰
  • 2 मिनट पठन

देहरादून/ऋषिकेश। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने शनिवार को ऋषिकेश में अवैध निर्माणों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 बहुमंजिला इमारतों को सील कर दिया। पुलिस बल की मौजूदगी में हुई इस कार्रवाई ने बिल्डरों और भू-माफियाओं में हड़कंप मचा दिया है।


एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने साफ कहा –

“नियमों को ताक पर रखकर किए जा रहे अवैध निर्माण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होंगे। बिना मानचित्र स्वीकृति निर्माण करने वालों पर प्राधिकरण लगातार सख्त कार्रवाई करेगा।”


पुलिस बल संग ताबड़तोड़ एक्शन


एमडीडीए की संयुक्त सचिव के नेतृत्व में गठित टीम ने सीलिंग अभियान चलाया। सभी निर्माणकर्ताओं को पहले नोटिस जारी किया गया था, लेकिन जवाब न मिलने पर प्राधिकरण ने निर्णायक कदम उठाया। अंतिम नोटिस 25 अगस्त को दिया गया था, बावजूद इसके निर्माण जारी रहने पर कार्रवाई करनी पड़ी।


गली-गली में सील हुई इमारतें


निर्मल बाग गली नं.-11 में मनीष अग्रवाल, रघुन शर्मा और सागर के निर्माण सील।


गली नं.-10 में रवि का तीन मंजिला अवैध निर्माण ढहा।


हरिद्वार रोड, कोयल ग्रांट में स्वामी दयानंद महाराज का मानचित्रविहीन निर्माण बंद।


वीरभद्र रोड, रेड फोर्ट रोड और होटल गंगा अशोक के पास कई निर्माणकर्ताओं की इमारतें सील।


निर्मल ब्लॉक-बी और अन्य कॉलोनियों में कॉलोनी व स्कूल तक अवैध निर्माण पाए गए।



नियम तोड़ने वालों पर गिरी गाज


यह कार्रवाई उत्तराखंड नगर एवं ग्राम नियोजन एवं विकास अधिनियम 1973 के अंतर्गत की गई। नियमों की धज्जियां उड़ाने और नोटिस के बावजूद अवैध निर्माण जारी रखने वालों पर एमडीडीए ने सीधे सीलिंग की कार्रवाई की।


आगे भी जारी रहेगा अभियान


एमडीडीए उपाध्यक्ष तिवारी ने कहा कि यह केवल शुरुआत है। ऋषिकेश समेत पूरे प्राधिकरण क्षेत्र में अवैध निर्माणों के खिलाफ इसी तरह सख्ती दिखाई जाएगी।

 
 
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