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वातावरण:स्वामी राम हिमालय में ‘शांति की स्वर धारा’ से गुंजा वातावरण, हिरोकी ओकानो ने किया मंत्रमुग्ध

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 13 नव॰
  • 3 मिनट पठन

डोईवाला। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, जौलीग्रांट में एचआईएचटी के संस्थापक परम पूज्य ब्रह्मलीन डॉ. स्वामी राम का 30वां महासमाधि दिवस गुरुवार को श्रद्धा व भव्यता के साथ मनाया गया।

समारोह के मुख्य अतिथि उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने डॉ. स्वामी राम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे विश्व की धरोहर हैं, जिन्होंने मानवता और करुणा की अलख जगाई।


राज्यपाल ने कहा, “डॉ. स्वामी राम का जीवन समाज में सेवा, करुणा और शिक्षा के प्रसार को समर्पित रहा है। उनके आदर्श हमें दूसरों की भलाई के लिए प्रेरित करते हैं।”



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‘सुमंगली सेवा आश्रम, कर्नाटक’ को मिला स्वामी राम मानवता पुरस्कार-2025


10 लाख रुपए, गोल्ड मेडल और प्रशस्ति पत्र के साथ किया गया सम्मानित


एचआईएचटी ट्रस्ट की परंपरा के अनुसार वर्ष 2003 से समाजसेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाली संस्थाओं को “स्वामी राम मानवता पुरस्कार” प्रदान किया जाता है।

इस वर्ष यह सम्मान कर्नाटक की ‘सुमंगली सेवा आश्रम’ को मिला। संस्था की संस्थापक अध्यक्ष डॉ. एस. जी. सुशीलम्मा ने यह सम्मान ग्रहण किया।

संस्थान की स्थापना वर्ष 1975 में हुई थी, जो निराश्रित महिलाओं, अनाथ बच्चों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की सेवा में समर्पित है।


डॉ. सुशीलम्मा ने कहा, “गुरुदेव डॉ. स्वामी राम के नाम से यह सम्मान हमारे लिए अत्यंत प्रेरणादायी है। यह सेवा के मार्ग पर चलने की हमारी प्रतिबद्धता को और सशक्त करेगा।”



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स्वामी राम सेंटर में राज्यपाल ने दी श्रद्धांजलि


कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने स्वामी राम सेंटर में पहुंचकर संस्थापक ब्रह्मलीन डॉ. स्वामी राम के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके जीवन दर्शन पर आधारित फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया।



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39 कर्मचारियों को ‘उत्कृष्ट कर्मचारी पुरस्कार’ से सम्मानित


समारोह में संस्थान से जुड़े 39 कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर एचआईएचटी का वार्षिक कैलेंडर-2026 भी जारी किया गया।

समापन पर डॉ. विजेंद्र चौहान ने धन्यवाद ज्ञापित किया और दोपहर में आयोजित भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।



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108 बच्चों को मिली छात्रवृत्ति


ग्राम्य विकास संस्थान की ओर से कक्षा 1 से 12वीं तक के 108 बच्चों को ₹9700 की छात्रवृत्ति प्रदान की गई। ये सभी बच्चे अनाथ, विकलांग या आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं।

एसआरएचयू अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना ने कहा, “स्वामी जी के आदर्शों पर चलकर संस्थान समाज के हर वर्ग तक शिक्षा और स्वास्थ्य पहुंचाने का कार्य कर रहा है।”



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‘शांति की स्वर धारा’ भजन संध्या में गूंजे भक्तिमय सुर


महासमाधि दिवस की संध्या पर आयोजित ‘शांति की स्वर धारा’ भजन संध्या में जापानी संगीतकार हिरोकी ओकानो ने बांसुरी वादन से वातावरण को भावविभोर कर दिया।



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उत्कृष्ट कर्मचारी पुरस्कार 2025


टीचर ऑफ द ईयर: डॉ. गरिमा मित्तल, डॉ. संजीव कुमार पाण्डे, प्रीति प्रभा

रीसर्चर ऑफ द ईयर: डॉ. मनीष रतूड़ी

क्लीनिशियन अवॉर्ड: डॉ. राखी खंडूरी

एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ: डॉ. विनीत मेहरोत्रा, चंद्रशेखर पंत, गौरा

नर्सिंग स्टाफ: सुनील कुमार गुप्ता, रशेल शालिनी बोधन, अब्दुल कलाम, इंद्रज सैनी, राकेश कुमार सिंह

पैरा क्लीनिकल: मुकेश सिलस्वाल, ज्योति राठौर, मुकुल मोहन, सुशील सकलानी

ऑफिस स्टाफ: आशू बहुगुणा, सुरेन्द्र सिंह भंडारी, दीप चंद्र जोशी, अनुज सिंधवाल, बिपिन सिंह, विशाल तोमर

सपोर्टिंग स्टाफ: प्रमोद कोठारी, संजीव कुमार, सतीश चंद्र पंत, मनमोहन भट्ट, कमलेश्वर थपलियाल, सोनू नेगी, रोहित जमोली, मुकेश, तौकीर हुसैन, अरविंद कुमार, रमेश कृषाली

आउटरीच सर्विसेज: ज्योति शर्मा

हाउसकीपिंग: मनोज, ललित गुरूंग, देव बहादुर, रोहित



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कार्यक्रम में शामिल रहे प्रमुख अतिथि


स्वामी राम साधक ग्राम ऋषिकेश के प्रमुख स्वामी ऋतुवान भारती, कुलपति डॉ. राजेंद्र डोभाल, पूर्व कुलाधिपति डॉ. मोहन स्वामी, डॉ. प्रकाश केशवया, डॉ. रेनू धस्माना आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन गरिमा कपूर ने किया।

 
 
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