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सरकारी प्रोजेक्ट के नाम पर लापरवाही, दीपक जाटव ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 5 दिन पहले
  • 2 मिनट पठन

ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश में मंसा देवी रेलवे फाटक के पास हुए भीषण हादसे की यादें अभी भी लोगों के जहन में ताज़ा हैं, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया था। लेकिन अफसोस की बात यह है कि स्थानीय प्रशासन और नगर निगम ने उस खौफनाक मंजर से कोई सबक नहीं लिया। शहर के व्यस्ततम मार्गों में शामिल क्षेत्र में नगर निगम द्वारा निर्माणाधीन मल्टी स्टोरी पार्किंग अब संभावित दुर्घटनाओं का नया केंद्र बनती जा रही है।

निर्माणाधीन मल्टी स्टोरी पार्किंग के बाहर दिनदहाड़े भारी-भरकम ट्राले सड़क का आधा हिस्सा घेरे खड़े रहते हैं। इन्हीं ट्रालों से भारी ट्रैफिक और आम लोगों की आवाजाही के बीच निर्माण सामग्री अनलोड की जा रही है। सड़क पर बेतरतीब खड़े वाहन और बीच सड़क पर चल रहा निर्माण कार्य किसी भी वक्त बड़ी अनहोनी को न्योता दे सकता है।

चौंकाने वाली बात यह है कि यह पूरा इलाका शहर के सबसे व्यस्त क्षेत्रों में शुमार है, जहां पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी रहती है। इसके बावजूद नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे के इंतजार में आंखें मूंदे बैठा है और कार्रवाई तभी होगी, जब कोई और निर्दोष अपनी जान गंवाएगा।


प्रशासन की इस लापरवाही के खिलाफ शनिवार को कांग्रेस नेता दीपक जाटव ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एक ओर प्रशासन यातायात व्यवस्था सुधारने के बड़े-बड़े दावे करता है, वहीं दूसरी ओर सरकारी परियोजनाओं के नाम पर जनता की जान जोखिम में डाली जा रही है। उन्होंने याद दिलाया कि महज दो दिन पहले ही मंसा देवी रेलवे फाटक के पास हुए भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो चुकी है।


कांग्रेस नेता ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द ही अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया और निर्माण कार्य के दौरान यातायात सुरक्षा के ठोस इंतजाम नहीं किए गए, तो लोगों को जनहित में आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

 
 
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