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पार्किंग से शटल तक सब ‘‘ऑटोमेटेड’’ — डीएम सविन बंसल के नेतृत्व में देहरादून में आधुनिक यातायात व्यवस्था का विस्तार

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 30 अक्टू॰
  • 2 मिनट पठन

देहरादून। जिला प्रशासन देहरादून द्वारा शहर को जाममुक्त और नागरिकों को सुगम यातायात सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई ‘‘ऑटोमेटेड पार्किंग’’ योजना अब और अधिक सुविधाओं से लैस हो रही है। इसी क्रम में ‘‘फ्री सखी कैब’’ शटल सेवा के अंतर्गत जिला ग्राम्य विकास अभिकरण (डीडीआरडीए) देहरादून को दो नए इलेक्ट्रिक वाहन (टाटा पंच ईवी) आवंटित किए गए हैं। ये वाहन ऑटोमेटेड पार्किंग में वाहन पार्क करने वाले वाहन स्वामियों को नजदीकी भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों तक निःशुल्क लाने-ले जाने की सुविधा दे रहे हैं।


अब इस बेड़े में 06 अतिरिक्त ईवी वाहन जल्द शामिल किए जा रहे हैं, जिससे पार्किंग उपयोगकर्ताओं को और अधिक सुविधा मिलेगी। यह सभी वाहन पीपीपी मोड में संचालित होंगे।


जिला प्रशासन की ओर से अब तक तीन नई ऑटोमेटेड पार्किंगों का निर्माण — परेड ग्राउंड (111 वाहन क्षमता), तिब्बती मार्केट (132 वाहन क्षमता) और कोरोनेशन (18 वाहन क्षमता) — कराया गया है। कुल 261 वाहनों की क्षमता वाली ये पार्किंगें शीघ्र ही मा0 मुख्यमंत्री द्वारा जनमानस को समर्पित की जाएंगी।


‘‘सखी कैब’’ सेवा के अंतर्गत निःशुल्क शटल सुविधा घंटाघर, सुभाष रोड, गांधी पार्क, परेड ग्राउंड और आसपास लगभग 5 किमी के दायरे में उपलब्ध है। प्रशासन और पुलिस द्वारा सड़कों पर अनधिकृत रूप से पार्क किए गए वाहनों के विरुद्ध अब सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए एक समर्पित क्रेन की व्यवस्था भी की गई है।


वर्तमान में परेड ग्राउंड के समीप स्थित ऑटोमेटेड पार्किंग का संचालन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) योजना के अंतर्गत गठित कृष्णा स्वयं सहायता समूह, विकास खंड विकासनगर द्वारा किया जा रहा है।


जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि ‘‘शहर को यातायात जाम से मुक्ति और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में ‘सखी कैब’ जैसी योजनाएं प्रशासन की प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।’’

 
 
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