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गुरुकुल कांगड़ी बना एनसीसी कैडेट्स का प्रशिक्षण केंद्र, आपदा प्रबंधन से लेकर नेतृत्व तक सीख रहे हुनर

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 10 अक्टू॰
  • 1 मिनट पठन

हरिद्वार।

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में 31 उत्तराखंड बटालियन एनसीसी हरिद्वार एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) ग्रुप मुख्यालय रुड़की के तत्वावधान में दस दिवसीय संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (Annual Training Camp) का शुभारंभ हुआ। शिविर का उद्घाटन ग्रुप कमांडर एनसीसी रुड़की, ब्रिगेडियर प्रभात भंडारी ने किया।


इस शिविर में राज्य के विभिन्न जिलों से आए जूनियर और सीनियर डिवीजन के करीब 400 एनसीसी कैडेट्स भाग ले रहे हैं।

ब्रिगेडियर भंडारी ने कैडेट्स को “एकता और अनुशासन” के सिद्धांतों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एनसीसी केवल शारीरिक प्रशिक्षण का माध्यम नहीं, बल्कि यह जीवन में नेतृत्व, समयबद्धता और जिम्मेदारी जैसे मूल्यों को आत्मसात करने की शिक्षा भी देता है। उन्होंने युवाओं को सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से बचने और आत्म-विकास पर ध्यान केंद्रित करने का संदेश दिया।


शिविर के दौरान आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत ने कैडेट्स को डिजास्टर मैनेजमेंट की बारीकियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि हाल के वर्षों में आपदाओं में वृद्धि का प्रमुख कारण जनसंख्या वृद्धि, प्रकृति के साथ छेड़छाड़ और अनियोजित शहरीकरण है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत 50 एनसीसी कैडेट्स को आगामी सात दिनों में विशेष आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके उपरांत उन्हें “इमरजेंसी रिस्पांस किट सर्टिफिकेट” प्रदान किया जाएगा।


इस अवसर पर कर्नल गौरव प्रसाद नौगियाल, मास्टर ट्रेनर मनोज कंडियाल, प्रताप, एएनओ, एनसीसी टीचर्स, बटालियन के सैन्य अधिकारी तथा विभिन्न महाविद्यालयों के प्राध्यापक उपस्थित रहे।


मुख्य आकर्षण:


10 दिवसीय संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर


400 से अधिक एनसीसी कैडेट्स की भागीदारी


डिजास्टर मैनेजमेंट पर विशेष प्रशिक्षण


ब्रिगेडियर प्रभात भंडारी ने किया शुभारंभ


अनुशासन, नेतृत्व और एकता पर दिया गया जोर

 
 
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