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“मेरी योजना” पुस्तक बनी जनजागरूकता का सशक्त माध्यम

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 15 घंटे पहले
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देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शुक्रवार को श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय, देहरादून में कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग, उत्तराखण्ड शासन के तत्वावधान में “मेरी योजना” पुस्तकों के संबंध में एक जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों व नागरिकों को केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना था।


कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में मुख्य अतिथि विधायक धर्मपुर विनोद चमोली, डॉ. प्रथप्पन के. पिल्लई (वाइस चांसलर इंचार्ज, एसजीआरआर विश्वविद्यालय), दीपक कुमार गैरोला (सचिव, कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग), वीरेन्द्र दत्त सेमवाल (उपाध्यक्ष, हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद), मधु भट्ट (उपाध्यक्ष, संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद) एवं कुसुम कंडवाल (अध्यक्ष, महिला आयोग) द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।


विभागीय अधिकारियों ने बताया कि “मेरी योजना” पुस्तक का प्रथम संस्करण वर्ष 2023 में, द्वितीय संस्करण “मेरी योजना–राज्य सरकार” वर्ष 2024 में तथा तृतीय संस्करण “मेरी योजना–केन्द्र सरकार” वर्ष 2025 में प्रकाशित किया गया, जिनका विमोचन क्रमशः मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल द्वारा किया गया था। अब तक इन पुस्तकों की हजारों प्रतियां जनपदीय अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों, विधायकों, मंत्रियों एवं विभागाध्यक्षों तक पहुँचाई जा चुकी हैं।


मुख्य अतिथि विनोद चमोली ने कहा कि उत्तराखण्ड के प्रत्येक जिले में अपार संभावनाएं हैं। युवाओं को चाहिए कि वे अपने राज्य के विकास की यात्रा में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि “मेरी योजना” पुस्तक युवाओं के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी का संपूर्ण स्रोत है, जिससे वे अपने भविष्य को बेहतर दिशा दे सकते हैं।


इस अवसर पर डॉ. लोकेश गम्भीर (कुलसचिव, एसजीआरआर विश्वविद्यालय), रंजना (समीक्षा अधिकारी, कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग), जे.पी. मैखुरी, डॉ. मालविका काण्डपाल एवं डॉ. सोनिया गम्भीर ने भी अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम में विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं विश्वविद्यालय के 300 से अधिक स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही। गोष्ठी का समापन देशभक्ति और उत्तराखण्ड गौरव की भावना के साथ हुआ।

 
 
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