top of page

संचित पेंशन फंड पर आशंका, पेंशनर्स ने चेताया—जरूरत पड़ी तो करेंगे देशव्यापी आंदोलन

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 29 नव॰
  • 2 मिनट पठन

हरिद्वार, 29 नवंबर।

केंद्रीय आठवें वेतन आयोग के टर्म्स ऑफ रेफरेंस में पेंशन पुनरीक्षण शामिल न किए जाने के विरोध में राजकीय पेंशनर्स ने शनिवार शाम कैंडल मार्च निकालकर अपना आक्रोश जताया। गवर्नमेंट पेंशनर्स वेल्फेयर ऑर्गेनाइजेशन के बैनर तले देवपुरा स्थित पंत पार्क में एकत्र पेंशनर्स ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा।


सभा में पेंशनर्स ने 3 नवंबर को जारी भारत सरकार के गैजेट नोटिफिकेशन को पेंशनर विरोधी बताते हुए कहा कि पूर्व में बने वेतन आयोगों में पेंशन पुनरीक्षण पर विचार किया गया था, लेकिन इस बार इसे शामिल न करने से देशभर के पेंशनर्स में नाराजगी बढ़ी है।


ऑर्गेनाइजेशन के जिलाध्यक्ष बी.पी. चौहान और महामंत्री जे.पी. चाहर ने कहा कि आयोग की संदर्भित शर्तों में गैर वित्त पोषित गैर अंशदायी पेंशन को वित्तीय भार बताते हुए प्रस्तुत करना पेंशनर्स में आशंका पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग गठन से पहले वित्तीय विधेयक पारित होने पर भी पेंशनर्स ने विरोध जताकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा था।


नेतृत्वकर्ताओं ने ज्ञापन में मांग की कि आठवें वेतन आयोग की प्रक्रिया में पेंशन पुनरीक्षण को शामिल किया जाए और पेंशनर संगठनों से भी सुझाव लिए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि 10 लाख करोड़ रुपये के संचित पेंशन फंड को अन्य मद में खर्च करने की सरकारी योजना को पेंशनर्स सफल नहीं होने देंगे।


वरिष्ठ उपाध्यक्ष एल.सी. पाण्डेय और रमेश चंद पंत ने आरोप लगाया कि सरकार पेंशन व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उपाध्यक्ष बी.पी. सिंह सैनी और सुशील सैनी ने चेतावनी दी कि यदि पेंशन पुनरीक्षण शामिल नहीं किया गया तो वरिष्ठ नागरिक पेंशनर्स देशव्यापी आंदोलन करेंगे।


सभा के बाद पेंशनर्स ने मोमबत्तियाँ जलाकर पंत पार्क से सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक कैंडल मार्च निकाला। रास्तेभर पेंशनर्स अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाते रहे। सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को सौंपा गया।


कैंडल मार्च में जीपीडब्ल्यूओ के संरक्षक वी.के. गुप्ता, आर.डी. अग्रवाल, एम.के. अग्रवाल, हरीश चंद पाण्डेय, आर.के. अस्थाना, मुकुल पाण्डेय, मोहन लाल शर्मा, भूपेंद्र सिंह, दिनकर पंत, सुखवंश सिंह, ब्रजेश शर्मा, डॉ. जयवीर राठी, डॉ. अशोक शर्मा, प्रताप सिंह, सुरेंद्र मोहन देवलाल, सुरेंद्र शर्मा, मिथन लाल शर्मा, विजय शर्मा, सुशीला सैनी, मधु सिंह, मंजू सिंह सहित अनेक वयोवृद्ध पेंशनर्स शामिल रहे।


सभा को बी.पी. चौहान, जे.पी. चाहर, एल.सी. पाण्डेय, आर.के. अस्थाना, राकेश श्रीवास्तव, कृष्ण अवतार, सतीश कुमार आदि ने संबोधित किया।

 
 
bottom of page