प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांति, SGRRU मेडिकल कॉलेज बना नई ऊँचाइयों का प्रतीक
- Uttarakhandnews Network
- 13 सित॰
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देहरादून। उत्तराखण्ड की चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में यह क्षण ऐतिहासिक है। श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज (एसजीआरआरआईएमएण्डएचएस) को अब नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की स्वीकृति के बाद 200 एमबीबीएस सीटें प्राप्त हो गई हैं। पहले यह संख्या 150 थी। इस उपलब्धि के साथ ही एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज राज्य का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज बन गया है।
संस्थान के प्राचार्य डॉ. अशोक नायक ने जानकारी दी कि एनएमसी ने विस्तृत मूल्यांकन के बाद कॉलेज को बढ़ी हुई सीटों की अनुमति प्रदान की है। इस मौके पर संस्थान के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने फैकल्टी सदस्यों और कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि सभी की मेहनत, लगन और समर्पण का परिणाम है।
प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल हबवर्ष 2006 से सेवाएं दे रहा यह संस्थान अब 200 एमबीबीएस सीटों के साथ 162 पीजी और 19 सुपर स्पेशियलिटी (डीएम-एमसीएच) सीटों वाला प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज है। इससे संबद्ध श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जहां प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज के लिए आते हैं। यही कारण है कि इसे पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड की लाइफ लाइन कहा जाता है।
एनएमसी मूल्यांकन में खरा उतरा संस्थानएनएमसी ने हाल ही में इंफ्रास्ट्रक्चर, अनुभवी फैकल्टी, क्लीनिकल मैटीरियल, आधुनिक लैब, शोध कार्य और छात्रों को सीखने के अवसर जैसे विभिन्न बिंदुओं पर संस्थान का मूल्यांकन किया। हर कसौटी पर संस्थान श्रेष्ठ साबित हुआ।
बढ़ेगी चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ताएमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ने से प्रदेश के युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के अधिक अवसर मिलेंगे। साथ ही स्वास्थ्य सेवाएँ भी और अधिक सुदृढ़ होंगी। एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज की यह उपलब्धि उत्तराखण्ड को चिकित्सा क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक ले जाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।







