top of page

साक्षी नेगी ने कहा— लोकसंस्कृति के संरक्षण से ही सुरक्षित रहेगी हमारी पहचान

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 30 अक्टू॰
  • 1 मिनट पठन

ऋषिकेश। अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा एवं उत्तराखंड एक्जाम प्वाइंट द्वारा लोक पर्व इगास के उपलक्ष्य में गुरु वार को ऋषिकेश मे आयोजित कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंडी फिल्म अभिनेता बलदेव राणा को उनके उत्कृष्ट अभिनय के लिए पुष्पगुच्छ, शाल ओढ़ाकर और भगवत गीता भेंटकर सम्मानित किया गया।


देहरादून रोड स्थित कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में महासभा के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राजे नेगी ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी को अपनी लोक संस्कृति, परंपराओं और लोक पर्वों के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी होना आवश्यक है।


डॉ. नेगी ने बताया कि सही जानकारी के अभाव में आज भी इगास पर्व को लेकर कई मिथक प्रचलित हैं, जबकि वास्तव में इगास पर्व का सीधा संबंध वीरभड़ माधो सिंह भंडारी की विजय गाथाओं से है। उन्होंने कहा कि दीपावली के ठीक ग्यारह दिन बाद गढ़वाल की सेना की तिब्बत पर विजय के उपलक्ष्य में यह पर्व मनाया जाने लगा।


इस अवसर पर अभिनेता बलदेव राणा ने वीरभड़ माधो सिंह भंडारी के ऐतिहासिक योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि 17वीं शताब्दी में राजा महिपत शाह के शासनकाल में माधो सिंह भंडारी गढ़वाल सेना के सेनानायक थे, जिन्होंने तिब्बती सरदारों से कई युद्ध लड़े और दापा घाट के युद्ध में शानदार विजय प्राप्त की।


कार्यक्रम में उत्तराखंड एक्जाम प्वाइंट की निदेशक साक्षी नेगी ने कहा कि लोक संस्कृति और पारंपरिक त्योहारों के संरक्षण के प्रति समाज को जागरूक होना समय की मांग है, तभी हमारी पौराणिक विरासत सुरक्षित रह सकेगी।

 
 
bottom of page