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SGRRU ने किया विद्यार्थियों को प्रेरित—अधिकारों के साथ कर्तव्यों के पालन की शपथ दिलाई

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 26 नव॰
  • 2 मिनट पठन

देहरादून। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में बुधवार को संविधान दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के पथरीबाग, आईटीएस और मेडिकल—तीनों कैंपस में एक साथ आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों ने भाग लिया। सभी ने न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व जैसे संवैधानिक मूल्यों को जीवन में उतारने की शपथ ली।


कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक वंदे मातरम् के वाचन से हुई, जिसके बाद उपस्थित जनसमूह ने संविधान की प्रस्तावना के आधार पर राष्ट्र की एकता, अखंडता और न्याय की रक्षा करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. (डॉ.) मालविका सती कांडपाल द्वारा किया गया।


विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज ने अपने संदेश में कहा कि संविधान सिर्फ कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। उन्होंने छात्रों से समानता, बंधुत्व और सेवा के मूल्यों को समाज में प्रसारित करने का आग्रह किया।


माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रथपन के. पिल्लई ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान देश का सर्वोच्च दस्तावेज है, जो हर नागरिक के अधिकारों और कर्तव्यों का आधार प्रदान करता है। उन्होंने युवाओं से संविधान के सिद्धांतों को अपने व्यवहार और जीवन में अपनाने की अपील की।


कुलसचिव डॉ. लोकेश गंभीर ने कहा कि संविधान दिवस हमें लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने की याद दिलाता है। उन्होंने छात्रों को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।


प्रो. (डॉ.) मालविका सती कांडपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय सदैव छात्रों के सर्वांगीण विकास और उनके संवैधानिक बोध को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों के प्रति भी सजग रहें।


कार्यक्रम के अंत में आयोजन समिति ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी स्कूलों के डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।

 
 
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