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अध्यात्म और संस्कारों से संभव है हर बदलाव — बच्चों की प्रस्तुति बनी प्रेरणा

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 11 अक्टू॰
  • 1 मिनट पठन

ऋषिकेश। देवभूमि रिहेब वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा संचालित 42 नशा मुक्ति केंद्रों में उपचार ले रहे बच्चों ने अपनी प्रतिभा और सकारात्मक सोच का परिचय देते हुए रामलीला का भव्य मंचन किया।


रामलीला के तीसरे दिन सीता स्वयंवर का सुंदर दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें लक्ष्मण संवाद ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर बच्चों ने अभिनय के माध्यम से समाज को यह संदेश दिया कि अच्छाई हमेशा बुराई पर विजय पाती है, और यदि जीवन में आध्यात्मिकता व निष्ठा भाव अपनाया जाए, तो हर कठिनाई पर विजय संभव है।


कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि यह पहला अवसर है जब नशा मुक्ति केंद्रों के उपचाराधीन बच्चों ने रामलीला जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुति दी है। यह मंचन समाज को यह प्रेरणा देता है कि संस्कार, विश्वास और संकल्प से हर जीवन पुनः मार्ग पर लौट सकता है।

 
 
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