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डीएम सविन बंसल के निर्देशन में प्रशासन ने पेश की ट्रैफिक नियंत्रण की बेहतरीन मिसाल

  • लेखक की तस्वीर: Uttarakhandnews Network
    Uttarakhandnews Network
  • 10 नव॰
  • 1 मिनट पठन

देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देहरादून आगमन के दौरान प्रशासन की सख्त और कारगर रणनीति ने शहर को जाम की समस्या से पूरी तरह बचाए रखा। जिलाधिकारी देहरादून के आदेश पर रविवार को लच्छीवाला टोल प्लाजा और आशा रोडी बैरियर को सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक बैरियर मुक्त रखा गया, जिसके चलते राजधानी देहरादून का यातायात बिना किसी बाधा के सुचारू रूप से चलता रहा।


राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर एफआरआई परिसर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में भारी संख्या में जनसमूह और वाहनों के पहुंचने की संभावना को देखते हुए डीएम ने पहले ही टोल प्लाजा पर टोल वसूली रोकने के निर्देश जारी किए थे। इस अवधि में किसी भी निजी, वाणिज्यिक या सरकारी वाहन से टोल टैक्स नहीं काटा गया। यहां तक कि फास्टैग से भी कोई राशि नहीं वसूली गई।


डीएम के आदेश का प्रभाव सुबह से ही देखने को मिला—जहां आमतौर पर वाहनों की लंबी कतारें और धीमी रफ्तार देखी जाती है, वहां रविवार को वाहन बिना रुके गुजरते रहे। 13 घंटे तक लच्छीवाला टोल प्लाजा पूरी तरह बैरियर मुक्त रहा, जिससे न केवल प्रधानमंत्री कार्यक्रम में आने-जाने वालों को सुविधा मिली बल्कि देहरादून शहर भी जाम मुक्त बना रहा।


शाम छह बजे के बाद टोल संचालन सामान्य रूप से प्रारंभ कर दिया गया।

प्रशासन की इस व्यवस्था की शहरवासियों और कार्यक्रम में आने वाले लोगों ने खुलकर सराहना की। लोगों ने कहा कि यह डीएम की सूझबूझ और ट्रैफिक मैनेजमेंट की उत्कृष्ट मिसाल है, जो आने वाले आयोजनों के लिए प्रेरणा बनेगी।

 
 
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